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आज का संस्करण

नई दिल्ली, 19 मार्च 2024

 

सफ़र जारी है यारी

खुशी

और

गम का

तेरे मेरे अहम का?

या फिर वहम का?

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सच्चाई नकारना

ईमानदार नहीं होना

कार्य अकुशल

सही गलत का निर्णय नहीं ले पाना

नैतिक आचरण का अभाव

भविष्य के लिए युवा नेतृत्व नहीं तैयार करना

दबाव में कार्य करना

चमचागीरी को बढ़ावा देना

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- डॉ.रवींद्र कुमार

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