कोनोरा के JN.1 वैरिएंट के आने के कारण फिर देश में चिंता का मौहोल बन रहा है| कोरोना का प्रतिरोध करने के लिए शरीर में इम्युनिटी या प्रतिरोधक क्षमता का होना बहुत आवश्यक है। डायबिटीज समानता हमारी प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है इसलिए डायबिटीज से संबंधित कुछ जानकारियों के साथ जागरुक बने रहना चाहिए। इसके साथ ही यदि थोड़ा सा खानपान से संबंधित कुछ समझौते कर लें तो डायबिटीज को सफलतापूर्वक कंट्रोल में रखा जा सकता है। आमतौर पर डायबिटीज रोगियों को अपने दिनचर्या में सुबह-शाम टहलना व थोड़ा-बहुत व्यायाम करने की आदत डालेंगे तो बेहतर होगा। भारत जैसे विशाल आबादी वाले देश में जहां स्वास्थ सेवाएं बहुत ही सीमित व कम मात्रा में मौजूद हैं वहां जनता को अपने स्वास्थ्य के लिए चिंतिंत होना स्वाभाविक बात है। आइये अब बात करते हैं खानपान की। अपने भोजन का विशेष ध्यान रखना डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत ही जरुरी होता है। वैसे तो डायबिटीज रोगियों को घर पर परिजनों व खुद के प्रयासों से परहेज और संतुलित आहार का ध्यान रखना बड़ा ही आसान काम होता है । अक्सर डायबिटीज के दौरान डायबिटीज रोगियों के मन में खानपान को लेकर तमाम तरह के सवाल उठते भी नहीं रहेगा। भारत में यह पिछले वर्ष 2023 के नवम्बर माह के शुरुआती हफ्तों रहते हैं। जिनके बारे में कुछ सुझाव इसतरह से हैं-
1. भोजन में कटौती कतई नहीं करनी चाहिए। कम से कम दिन में तीन बार नियमित रुप से भोजन करें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि एक बार से दूसरे बार भोजन करने में 3 से 4 घंटे का अंतर रहना चाहिए।
2. भोजन की महत्ता के अनुसार भोजन करने की समय तालिका बनाना चाहिए। सही समय पर सही मात्रा में भोजन करने से शुगर लेवल सही बना रहता है।
3. आप जहां जा रहे हैं वहां भोजन की व्यवस्था न हो तो लंच बॉक्स में पास्ता, सैंडविच, फल, सलाद, हल्के उबले हुए आलू या फिर शकरकंदी, राजमा, और छोले व एक-दो नींबू ले जा सकते हैं।
4. किसी होटल में भोजन करने से पहले मैन्यू को एक बार अच्छी तरह से जरूर देखना चाहिए। यदि आपको कोई चीज होटल में तले हुए की जगह उबला हुआ भोजन मांगे। ध्यान रहे कि आपके भोजन में अलग से चीनी, घी या मक्खन न मिलाया जाय। तले हुए भोजन की जगह बेक किए हुए, उबले हुए या फिर रोस्ट किए हुए भोजन का सेवन करना चाहिए जो आपके सेहत के लिए लाभप्रद होते हैं।
5. फुल प्लेट भोजन कभी न मंगाए भले ही चाहे वह कितना भी सस्ता व लजीज क्यों न हों। अपनी खुराक की सही मात्रा का सही अनुमान लगाने के लिए आपके हाथ बहुत उपयोगी हो साबित हो सकते हैं। जैसे कि अनाज, सेव व अन्य फल, आलू, चावल की मात्रा आपकी अपनी मुट्टी के बराबर भर होनी चाहिए। पालक, ब्रॉकली, शिमला मिर्च जैसी सब्जियां इतनी चुनें जितना आप दोनों हाथों में ले सके।
6. प्रोटीन के लिये कम वसा वाली चीज, पनीर, सोया उत्पाद, मांस और दाल, सूखी फलियां, पनीर, चर्बी रहित मांस, चिकन व मछली आदि।
7. कम वसा वाला दूध पीएं अथवा दही ले सकते हैं। आपको कितनी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट की आवश्यकता है यह आमतौर पर आपकी उम्र व सक्रियता पर निर्भर करती है।
8. खाने के साथ-साथ अधिक शराब लेने से शुगर लेवल बहत अधिक हो सकता है या बहुत कम हो सकता है। हमारा शरीर शर्करा अल्कोहल को अच्छी तरह से नहीं सोखता है इसलिये इसका अधिक भाग कार्बोहाइड्रेट में नहीं बदलता है। अतः अल्कोहल का सेवन करने से बचना चाहिए।
9. साबुत मोटे अनाज वाले भोजन, दाल, सूखी बीन्स, ब्राउन राइस, सब्जियां और फल आदि रेशेदार वाले भोजन लेने से शूगर और कोलेस्ट्रोल लेवल सही बना रहता है।
10. जब आपको प्यास लगे तो पानी अवश्य पीएं। पेय पदार्थों में कम वसा वाला दूध, चीनी रहित अथवा डाइट ड्रिंक, बिना दूध की चाय, छाछ, हर्बल चाय पीना स्वास्थ्य के लिए बेहतर हो सकता है।
11. सलाद को अपने भोजन का आवश्यक बनाएं। मीठे पकवान, रसमलाई, गुलाब जामुन पर न लपकें, कैंडी, जैम का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
12. भोजन को धीरे-धीरे तथा अच्छी तरह से चबाकर खाने की आदत डालनी चाहिए। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है और हमारा शरीर भी हष्टपुष्ट बना रहता है।
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