मै कुंठित हूँ, बेचैन हूँ
36 करोड़ के भूखे सोने से
आधी आबादी के अनपढ़ रहने से
साफ पानी किसी को न मिलने से
नवजातों की अकाल मृत्यु से
स्त्री के एनीमिया से
बच्चों के रेप से
बाजार में बिकने से
इंसानों की मंडी लगने से
असामाजिक तत्वों के मानवीय बनने से
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We must explain to you how all seds this mistakens idea off denouncing pleasures and praising pain was born and I will give you a completed accounts..
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