Thought for the Day
22 Apr 2025
आज का संस्करण
नई दिल्ली, 10 मई 2024
कविता
कविता क्या है ?
कोई पहनावा है?
कुरता-पजामा है?
ना,भाई, ना
कविता___
शब्दों की अदालत में
मुजरिम के कटघरे में खड़े
बेकसूर आदमी का
हलफनामा है !'
क्या यह व्यक्तित्व बनाने की__
चरित्र चमकाने की ___
खाने कमाने की___
चीज है ?'
ना, भाई, ना,
कविता__
भाषा में
आदमी होने की तमीज है !'
-धूमिल
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